Chandra Grahan Timing: 7 और 8 सितंबर 2025 की रात पूरी दुनिया के करोड़ों लोग आसमान की ओर देखेंगे क्योंकि इस रात एक बेहद दुर्लभ खगोलीय घटना घटने जा रही है। यह होगा साल का सबसे बड़ा पूर्ण चंद्र ग्रहण, जिसे आम भाषा में चंद्र ग्रहण और ब्लड मून कहा जाता है।
- चंद्र ग्रहण होता कैसे है?
- भारत में कब दिखेगा चंद्र ग्रहण? Chandra Grahan Timing
- ग्रहण के सभी चरण (भारतीय समय अनुसार – IST)
- चंद्र ग्रहण 7-8 सितंबर 2025 (Chandra Grahan Timing In India)
- भारत में कहां से देखें चंद्र ग्रहण?
- भारत के टॉप डेस्टिनेशन जहां दिखेगा सबसे खूबसूरत ब्लड मून
- पौराणिक कथाओं में चंद्र ग्रहण
- धार्मिक मान्यताएं और परंपराएं
- चंद्र ग्रहण के वैज्ञानिक रोचक तथ्य
- क्या साथ लेकर जाएं?
- निष्कर्ष
इस दौरान धरती बिल्कुल सीधी रेखा में सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाएगी। जैसे ही धरती की परछाई चंद्रमा पर पड़ेगी, उसका रंग बदलकर लाल-नारंगी हो जाएगा। यही कारण है कि इसे ‘ब्लड मून’ कहा जाता है।
खास बात यह है कि यह चंद्र ग्रहण दुनिया की करीब 85% आबादी देख पाएगी। यानी यह हाल के वर्षों में सबसे ज्यादा लोगों को दिखाई देने वाला ग्रहण होगा।
चंद्र ग्रहण होता कैसे है?
चंद्र ग्रहण तब होता है जब धरती सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। इस दौरान सूर्य की रोशनी सीधे चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती और धरती की छाया चंद्रमा पर पड़ जाती है।
अगर चंद्रमा पूरी तरह से धरती की छाया (उम्ब्रा) में चला जाए तो इसे पूर्ण चंद्र ग्रहण कहते हैं। अगर चंद्रमा का केवल कुछ हिस्सा धरती की छाया में आता है तो यह आंशिक चंद्र ग्रहण कहलाता है। और अगर चंद्रमा सिर्फ धरती की हल्की छाया (पेनुम्ब्रा) में आता है तो यह पेनुम्ब्रल ग्रहण कहलाता है।
भारत में कब दिखेगा चंद्र ग्रहण? Chandra Grahan Timing

भारत में यह चंद्र ग्रहण पूरी तरह से दिखाई देगा। यह 7 सितंबर की रात शुरू होकर 8 सितंबर की सुबह तक चलेगा। इस दौरान अलग-अलग चरणों में चंद्रमा का रंग और आकार बदलता नजर आएगा।
- ग्रहण शुरू होगा : 7 सितंबर, रात 8:58 बजे
- पूर्ण ग्रहण (ब्लड मून फेज) : 7 सितंबर, रात 11:00 बजे से 8 सितंबर, रात 12:22 बजे तक
- ग्रहण खत्म होगा : 8 सितंबर, सुबह 2:25 बजे
ग्रहण के सभी चरण (भारतीय समय अनुसार – IST)
- 8:58 pm, 7 सितंबर – पेनुम्ब्रल ग्रहण शुरू होगा। इस समय धरती की हल्की परछाई चंद्रमा को छूना शुरू करेगी।
- 9:57 pm, 7 सितंबर – आंशिक ग्रहण शुरू होगा। इस समय चंद्रमा का कुछ हिस्सा लाल रंग में बदलने लगेगा।
- 11:00 pm, 7 सितंबर – पूर्ण ग्रहण शुरू होगा। पूरा चंद्रमा लाल-नारंगी रंग में बदल जाएगा।
- 11:41 pm, 7 सितंबर – ग्रहण का सबसे शानदार नजारा। इस समय चंद्रमा धरती की छाया के बिल्कुल बीच में होगा।
- 12:22 am, 8 सितंबर – पूर्ण ग्रहण खत्म होगा। चंद्रमा धीरे-धीरे अपनी चमक वापस पाना शुरू करेगा।
- 1:26 am, 8 सितंबर – आंशिक ग्रहण खत्म होगा।
- 2:25 am, 8 सितंबर – पेनुम्ब्रल ग्रहण खत्म होगा और चंद्रमा अपनी सामान्य स्थिति में लौट आएगा।
चंद्र ग्रहण 7-8 सितंबर 2025 (Chandra Grahan Timing In India)
| समय (IST) | चरण (फेज) | क्या होगा? |
|---|---|---|
| 8:58 pm, 7 सितंबर | पेनुम्ब्रल ग्रहण शुरू | चंद्रमा पर हल्की परछाई पड़ेगी |
| 9:57 pm, 7 सितंबर | आंशिक ग्रहण शुरू | चंद्रमा का हिस्सा लाल होने लगेगा |
| 11:00 pm, 7 सितंबर | पूर्ण ग्रहण शुरू (ब्लड मून) | पूरा चंद्रमा लाल-नारंगी हो जाएगा |
| 11:41 pm, 7 सितंबर | ग्रहण का चरम (मैक्सिमम) | सबसे खूबसूरत लाल चांद दिखाई देगा |
| 12:22 am, 8 सितंबर | पूर्ण ग्रहण खत्म | चंद्रमा धीरे-धीरे सामान्य होने लगेगा |
| 1:26 am, 8 सितंबर | आंशिक ग्रहण खत्म | चंद्रमा सामान्य आकार में लौटेगा |
| 2:25 am, 8 सितंबर | पेनुम्ब्रल ग्रहण खत्म | ग्रहण पूरी तरह खत्म हो जाएगा |
भारत में कहां से देखें चंद्र ग्रहण?
भारत में लगभग हर जगह से यह चंद्र ग्रहण देखा जा सकता है। चाहे आप दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई या हैदराबाद में हों, हर शहर से आपको साफ आसमान में यह अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा।
लेकिन अगर आप वास्तव में इसे और भी खूबसूरती से देखना चाहते हैं तो आपको ऐसी जगह जाना चाहिए जहां आसमान साफ हो, रोशनी कम हो और प्रदूषण बिल्कुल न हो।
भारत के टॉप डेस्टिनेशन जहां दिखेगा सबसे खूबसूरत ब्लड मून
1. स्पीति वैली, हिमाचल प्रदेश
हिमालय की गोद में बसी स्पीति वैली साफ आसमान और ऊंचाई की वजह से ग्रहण देखने के लिए बेस्ट जगह है।
2. सरिस्का, राजस्थान
यहां का खुला आसमान और शांति ब्लड मून को देखने का अद्भुत अनुभव देगा।
3. नुब्रा वैली, लद्दाख
लद्दाख की पहाड़ियां और साफ आसमान इस खगोलीय घटना को और भी जादुई बना देते हैं।
4. माथेरान, महाराष्ट्र
गाड़ियों से मुक्त और हरे-भरे इस हिल स्टेशन पर आप बेहतरीन नजारा देख सकते हैं।
5. रण ऑफ कच्छ, गुजरात
खुले मैदान और विशाल क्षितिज ब्लड मून को देखने और फोटोग्राफी के लिए आदर्श जगह हैं।
6. कूर्ग, कर्नाटक
हरी-भरी पहाड़ियां और शांत वातावरण ब्लड मून का आनंद लेने के लिए परफेक्ट हैं।
7. नील आइलैंड, अंडमान-निकोबार
समुद्र और आसमान का संगम इस जगह को ब्लड मून देखने के लिए बेहद खास बनाता है।
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पौराणिक कथाओं में चंद्र ग्रहण
भारतीय पौराणिक कथाओं में चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व है। पुराणों के अनुसार, समुद्र मंथन के समय राहु नामक असुर ने देवताओं को धोखा देकर अमृत पी लिया था।
जब भगवान विष्णु ने इसका पता लगाया तो उन्होंने उसका सिर काट दिया। लेकिन चूंकि वह अमर हो चुका था, उसका सिर राहु और धड़ केतु कहलाया।
कहा जाता है कि राहु और केतु समय-समय पर सूर्य और चंद्रमा को निगलने की कोशिश करते हैं, जिसके कारण सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण होता है।
धार्मिक मान्यताएं और परंपराएं
भारत में ग्रहण को लेकर कई धार्मिक मान्यताएं भी हैं। जेसे ग्रहण के समय लोग मंदिरों के दरवाजे बंद कर देते हैं। कई लोग इस दौरान भोजन नहीं करते और ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करके पूजा करते हैं।
माना जाता है कि गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। हालांकि, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इन मान्यताओं का कोई प्रमाण नहीं है।
चंद्र ग्रहण के वैज्ञानिक रोचक तथ्य
चंद्र ग्रहण से जुडी कुछ वैज्ञानिक तथ्य भी हैं जेसे चंद्र ग्रहण को आप नंगी आंखों से देख सकते हैं, यह बिल्कुल सुरक्षित है। चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन ही होता है।
एक साल में कम से कम दो और अधिकतम पांच चंद्र ग्रहण हो सकते हैं। ब्लड मून इसलिए होता है क्योंकि सूर्य की रोशनी धरती के वातावरण से होकर गुजरती है और लाल रोशनी ज्यादा मुड़कर चंद्रमा तक पहुंचती है। और इस साल 7-8 सितंबर का ग्रहण कुल 82 मिनट तक पूरी तरह दिखाई देगा, जो इसे और भी खास बनाता है।
क्या साथ लेकर जाएं?
अगर आप इस अद्भुत नजारे को और करीब से देखना चाहते हैं तो दूरबीन या टेलीस्कोप जरूर ले जाएं। साथ ही कैमरा और ट्राइपॉड भी रखें ताकि आप हर फेज को कैद कर सकें।
गर्म कपड़े, पानी और हल्का खाना साथ रखना न भूलें, क्योंकि ग्रहण देर रात तक चलेगा। अगर आप किसी हिल स्टेशन या रिमोट लोकेशन जा रहे हैं तो मोबाइल ऐप्स जैसे Stellarium या SkySafari से आसानी से चंद्रमा की लोकेशन ट्रैक कर सकते हैं।
निष्कर्ष
7 और 8 सितंबर 2025 की रात का यह चंद्र ग्रहण न सिर्फ खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी बेहद खास मौका होगा। यह ऐसा नजारा है जिसे देखने के लिए आपको किसी खास उपकरण की जरूरत नहीं है। बस साफ आसमान और थोड़ी सी तैयारी चाहिए। अगर आप इस रात ब्लड मून को देखने के लिए तैयार हैं, तो यह अनुभव जिंदगीभर याद रहेगा।